1.
पत्थरों! चलो,
तुम्हें लेने को आया हूँ
डरो मत,तुम्हे मंदिर में नहीं
घर की नींव में जगह दूँगा
तुम मेरी उम्मीद हो
और मैं तुम्हारा आसरा
वफादारी रखोगे तो
तुम्हें हर चीज में जगह दूँगा
पत्थरो!चलो,
तुम्हें लेने को आया हूँ
2.
पगली तुझको प्रीत पुकारे, सावन का संगीत पुकारे
वो शिव की पूजा का फल है तेरी हर उलझन का हल है
तुझको मन का मीत पुकारे
झूठा-सच्चा कब जानेगी,अपने मन की कब मानेगी
क्यूँ खुद से ही हार रही है,तुझको जग की जीत पुकारे
पगली तुझको प्रीत पुकारे
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