उसके हाथ में जब भी कोई पत्थर थमाता है
जाने क्यूँ वो उस पत्थर को मुझपे ही उठाता है
मेरा आईना ही है जो मुझको तब हंसाता है
रातो में अक्सर वो मुझे मिलने को आता है
मेरी खातिर दीवाली पे पटाखे मोमिन लाता है
ये दुनिया मतलबो की है इसे इंसाँ चलाता है
के इंसाँ टूट जाता है जब किसी से दिल लगाता है
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